Success Mantra : गीता से सफलता की प्राप्ति के लिए 9 मंत्र 

प्रियंका मिश्रा                                       25-03-2023

समर्पण

09.

गीता के उपदेशों में बताया गया है कि जीत के लिए समर्पण बहुत ज़रूरी होता है। हमें अपने कामों में पूरी तरह समर्पित होना चाहिए।

कर्मयोग

08.

जीत के लिए कर्मयोग बहुत महत्वपूर्ण है। हमें अपने कर्मों के फल के लिए नहीं, बल्कि कर्म के लिए कर्म करना चाहिए।

संयम

07.

जीवन में संयम का बहुत महत्व है। हमें अपनी मनस्थिति को संयमित करना चाहिए और बुरे विचारों से दूर रहना चाहिए।

संघर्ष

06.

 जीत हासिल करने के लिए संघर्ष ज़रूरी होता है। हमें अपनी कठिनाइयों का सामना करना चाहिए और उनसे नहीं डरना चाहिए।

सदैव सक्रिय

05.

सक्रियता जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। हमें उत्साह से काम करना चाहिए और हमेशा अग्रसर रहना चाहिए।

आत्मविश्वास

04.

विजय हासिल करने के लिए आत्मविश्वास का होना अनिवार्य होता है। हमें अपने अंदर के आत्मविश्वास को जागृत करना चाहिए और अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना चाहिए।

अनुशासन

03.

जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है। हमें अपने कर्मों के लिए अनुशासन रखना चाहिए और अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहिए।

सफलता के लिए सहनशीलता

02.

हमें अपनी कठिनाइयों को सहन करना चाहिए और अपनी मेहनत और लगन से काम करते रहना चाहिए।

धैर्य

01.

हमें अपने लक्ष्य के प्रति धैर्य रखना चाहिए और उसमें लगे रहने के लिए तैयार होना चाहिए। जीवन में कोई भी लक्ष्य हो, उसे हासिल करने के लिए हमें अपने आप में धैर्य बनाए रखना चाहिए।